भगवान ( खुदा) सुविचार लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
भगवान ( खुदा) सुविचार लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

हनुमान जयंती पर इन तस्वीरों के जरिए दोस्तों और प्रियजनों को भेजें शुभकामनाएं

हनुमान जयंती पर इन तस्वीरों के जरिए दोस्तों और प्रियजनों को भेजें शुभकामनाएं

Happy Hanuman Jayanti
हनुमान जी को भगवान शिव का 11वां अवतार माना जाता है। बजरंगबली हिन्दूओं के प्रमुख देवता माने जाते हैं। साथ ही इन्हें बुद्धि और शक्ति का देवता भी माना जाता है। चैत्र मास की पूर्णिमा को हनुमान जन्मोत्सव मानाया जाता है तथा लाखों श्रद्धालु अंजनी पुत्र की पूजा-अर्चना करते हैं। हनुमान जयंती पर अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को आप इन तस्वीरों के जरिए भी बधाई संदेश भेज सकते हैं।

Hanuman status, shayari, SMS, Wishes in hindi. Best Hanuman baba wishes & status in hindi font.  Baba Hanuman Shayari in hindi font.

Hanuman Shayari, status, SMS & wishes in Hindi font.

 

Shree Ram, Jai Ram, Jai-Jai Ram

Karte Hanuman pure sab kaam

Naam Bajrangbali ka japte jao

Apne kashton se mukti paye jao.

 

श्री राम, जय राम, जय-जय राम

करते हनुमान पुरे सब काम

नाम बजरंगबली का जपते जाओ

अपने कष्टों से मुक्ति पाए जाओ.

Hanuman hain Ram ko sabse pyare 

Wo to hain bhakton me sabse nyare 

Pal-bhar me tumne lanka ko jalaya

Shree Ram ko mata-pita se milaya.

 

हनुमान हैं राम को सबसे प्यारे

वो तो हैं भक्तों में सबसे न्यारे

पल-भर में तुमने लंका को जलाया

श्री राम को माता सीता से मिलाया.

Best Hanuman Status, SMS, Wishes and Quotes In Hindi Font

 

Arz meri suno anjani ke laal

Kaat do mere ghor dukhon ka laal 

Tum ho maruti-nandan, dukh-bhanjan

Karun main apko din raat vandan.

 

अर्ज़ मेरी सुनो अंजनी के लाल

काट दो मेरे घोर दुखों का जाल

तुम हो मारुती-नन्दन, दुःख-भंजन

करूँ मैं आपको दिन रात वन्दन.

Karo kripa mujh par hai Hanuman

Jeevan-bhar karun main tumhe pranam

Jag me sab tere hi gun gaate hain

Hardam charnon me tere sheesh navate hain.

 

करो कृपा मुझ पर है हनुमान

जीवन-भर करूँ मैं तुम्हे प्रणाम

जग में सब तेरे ही गुण गाते हैं

हरदम चरणों में तेरे शीश नवाते हैं.

Best Hanuman Status, SMS, Wishes and Quotes In Hindi Font

 

Bheed padi tere bhakton par bajrangi 

Sun lo arz ab to darshan de do

Hey mahaveer ab to darshan de do

Puri kar do tum kamna meri.

 

भीड़ पड़ी तेरे भक्तों पर बजरंगी

सुन लो अर्ज़ अब तो दाता मेरी

हे महावीर अब तो दर्शन दे दो

पूरी कर दो तुम कामना मेरी.

Bole-bole hain humse Hanuman

Bolo bhakton milkar jai-siya Ram

Duniya rachne wala bhagwan hai

Sankat harne wala Hanuman hai.

 

बोले-बोले हैं हमसे हनुमान 

बोलो भक्तों मिलकर जय-सिया राम 

दुनिया रचने वाला भगवान है 

संकट हरने वाला हनुमान है.

 Hanuman Status, Shayari, SMS, Wishes and Quotes In Hindi Font

 

Sabke dukh ko dur kare wo Bajrangbali

Dete sukh, karte sab bhakton ki bhali

Ram-Ram harpal wo karte jaap hain

Sakal srishti ke karta prabhu aap hain.

 

सबके दुःख को दूर करे वो बजरंगबली 

देते सुख, करते सब भक्तों की भली 

राम-राम हरपल वो करते जाप हैं 

सकल सृष्टि के करता प्रभु आप हैं.

Karun main vinati tumse barambaar

Kar do prabhu mera tum beda paar

Mahima tumhari sab bhakt hain gaate 

Nange pag daude tere dar par sab aate.

 

करूं मैं विनती तुमसे बारम्बार 

कर दो प्रभु मेरा तुम बेडा पार 

महिमा तुम्हारी सब भक्त हैं गाते 

नंगे पग तेरे दर पर सब आते.

 Hanuman Status, Shayari, Wishes, and Quotes In Hindi Font

 

Hanuman lipat jaye Ram ke charan me

jb kasht ho tab hum aaye apki sharan me

Seene me apne Ram ko chupa rakha hai

Humne apna pura jeevan apko de rakha hai.

 

हनुमान लिपट जाये राम के चरण में 

जब कष्ट हो तब हम आये आपकी शरण में 

सीने में अपने राम को छुपा रखा है 

हमने अपना पूरा जीवन आपको दे रखा है.

हनुमान जयंती पर इन तस्वीरों के जरिए दोस्तों और प्रियजनों को भेजें शुभकामनाएं

भगवान ( खुदा) सुविचार तमाम मित्रों ने वांचवालायक


1. भगवान लकड़ी, पत्थर या मिट्टी की मूर्तियों में नहीं रहते। उनका निवास हमारी भावनाओं में है, हमारे विचारों में है।

 – चाणक्य 

2. ईश्वर न काबा में है, न काशी में वह तो घर-घर में व्याप्त है – हर दिल में मौजूद है।

– महात्मा गाँधी 

3. जैसे पिता अपने प्रिय पुत्र को ताड़ना देता है, वैसे ही प्रभु उस मनुष्य को ताड़ना देता है जिससे वह प्रेम करता है।

– बाईबिल 

4. जिसने सुख में तो ईश्वर को कभी स्मरण नहीं किया और दुःख में याद किया, ऐसे दास की प्रार्थना कौन सुने अर्थात भगवान उसी की सुनते हैं, जो सुख और दुःख में समान भाव रहता है।

– कबीर 

5. धन और ईश्वर में बनती नही गरीब के घर में ही प्रभु निवास करते हैं।

– महात्मा गाँधी 

6. दुखी आशा से ईश्वर में भक्ति रखता है, सुखी भी से दुखी पर जितना ही अधिक दुःख पड़े, उसकी भक्ति बढती जाती है. सुखी पर दुःख पड़ता है, तो वह विद्रोह करने लगता है. वह ईश्वर को भी अपने धन के सामने झुकाना चाहता है।

– प्रेमचन्द 

7. आदमी जितना असमर्थ है, भगवान उतना ही समर्थ है. उसकी कृपा अपरम्पार है. और वह हजार हाथों से मदद करता है।

 – महात्मा गाँधी 

8. ईश्वर उन्हीं की सहायता करता है जो स्वयं अपनी सहायता करते हैं ।

– अज्ञात 

9. जो ईश्वर की आराधना के साथ-साथ पुरूषार्थ करते हैं, उन के दुःख और दारिद्रय दूर होते हैं और ऐश्र्वर्य बढ़ता है।

– ऋग्वेद 

10. जहाज किसी भी दिशा में क्यों न जाए, कम्पास की सूई उत्तर दिशा ही दिखती है. इस कारण जहाज को दिशाभ्रम नहीं होता इसी प्रकार मनुष्य का मन यदि भगवान की ओर रहे तो फिर उसे कोई डर नहीं।

– श्री रामकृष्ण परमहंस 

11. ईश्वर के दो निवास स्थान हैं – एक बैकुंठ में और दूसरा नम्र और कृतज्ञ हृदय में।

– आइजक वाट्सन 

12. अंत: करण यदि मलिन और अपवित्र बना रहे ,तो परमात्मा की उपासना भी फलवती न होगी. अत:ईश्वर की उपासना निष्प्राण हृदय से करें।

– ऋग्वेद 

13. जो ईश्वर को पा लेता है, वह मूक और शांत हो जाता है।

– रामकृष्ण परमहंस 

14. भगवान दुखियों से अत्यंत स्नेह करते हैं।

– जय शंकर प्रसाद 

15. ईश्वर सत्य है और प्रकाश उसकी छाया है।

– प्लेटो 

16. हर तरफ की तारीफ अल्लाह के ही लिए है, सारे संसार का पालनहार (रब) है, निहायत दयावान बेहद मेहरबान है।

– कुरान शरीफ

17. ईश्वर से अधिक निकटतम कोई वस्तु नहीं है।

– स्वामी रामतीर्थ 

18. ईश्वर-विशवास बहुत बड़ी शक्ति है. हमें इस शक्ति से वंचित नहीं रहना चाहिए।

– अज्ञात 

19. मनुष्य का जितना लौकिक कामनाओं, धन आदि के लिए तथा स्त्री आदि के प्रति प्रेम होता है उतना ही यदि वह ईश्वर से प्रेम करे, तो निसंदेह संसार से रक्षा और परमानन्द की प्राप्ति हो सकती है।

– सामवेद 

20. जैसे दूध में मौजूद होते हुए भी घी दिखाई नहीं देता, फूल में गंध होती है पर दिखाई नहीं देती, हमें अपनी बुराई और दूसरे की भलाई दिखाई नहीं देती, बीज में छिपा वृक्ष दिखाई नहीं देता, शरीर में होने वाली पीड़ा दिखाई नहीं देती, वैसे ही सर्वत्र व्याप्त और विद्दमान रहने वाला परमात्मा भी दिखाई नहीं देता।

– अज्ञात 

21. हमारी गाडी चलाने वाला ईश्वर है. उसमें बैठे हम लोग जब तक श्रद्धा रखेंगे, वह जरूर चलते रहेगी।

– महात्मा गाँधी  

22. ईश्वर का दाहिना हाथ कोमल, परन्तु बायां बहुत कठोर है।

– रवीन्द्रनाथ ठाकुर 

23. भगवान ने हमें जीवन का उपहार दिया है; यह अब हमारे ऊपर निर्भर करता है कि हम अपनेआप को  अच्छी तरह से जीने का उपहार दें।

-वॉल्टेयर

24. जब तक आप स्वयं पर विश्वास नहीं करते, तब तक आप भगवान पर भी विश्वास नहीं कर सकते।

-स्वामी विवेकानंद

25. आप पायेंगे कि  ईश्वर केवल उन लोगों की मदद करते हैं जो कड़ी मेहनत करते हैं। यह सिद्धांत बहुत स्पष्ट है।

-ए. पी. जे. अब्दुल कलाम

प्रभू का पत्र,,,,प्रभू का दूसरा नाम...आस्था और विश्वास ही तो है। एक बार जरूर पड़े

प्रभू का पत्र,,,,, एक बार जरूर पड़े

मेरे प्रिय...
सुबह तुम जैसे ही सो कर उठे, मैं तुम्हारे बिस्तर के पास ही खड़ा था। मुझे लगा कि तुम मुझसे कुछ बात
करोगे। तुम कल या पिछले हफ्ते हुई किसी बात या घटना के लिये मुझे धन्यवाद कहोगे। लेकिन तुम फटाफट चाय पी कर तैयार होने चले गए और मेरी तरफ देखा भी नहीं!!!

फिर मैंने सोचा कि तुम नहा के मुझे याद करोगे। पर तुम इस उधेड़बुन में लग गये कि तुम्हे आज कौन से कपड़े पहनने है!!!

फिर जब तुम जल्दी से नाश्ता कर रहे थे और अपने ऑफिस के कागज़ इक्कठे करने के लिये घर में इधर से उधर दौड़ रहे थे...तो भी मुझे लगा कि शायद अब तुम्हे मेरा ध्यान आयेगा,लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

फिर जब तुमने आफिस जाने के लिए ट्रेन पकड़ी तो मैं समझा कि इस खाली समय का उपयोग तुम मुझसे बातचीत करने में करोगे पर तुमने थोड़ी देर पेपर पढ़ा और फिर खेलने लग गए अपने मोबाइल में और मैं खड़ा का खड़ा ही रह गया।

मैं तुम्हें बताना चाहता था कि दिन का कुछ हिस्सा मेरे साथ बिता कर तो देखो,तुम्हारे काम और भी अच्छी तरह से होने लगेंगे, लेकिन तुमनें मुझसे बात
ही नहीं की...

एक मौका ऐसा भी आया जब तुम
बिलकुल खाली थे और कुर्सी पर पूरे 15 मिनट यूं ही बैठे रहे,लेकिन तब भी तुम्हें मेरा ध्यान नहीं आया।

दोपहर के खाने के वक्त जब तुम इधर-
उधर देख रहे थे,तो भी मुझे लगा कि खाना खाने से पहले तुम एक पल के लिये मेरे बारे में सोचोंगे,लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

दिन का अब भी काफी समय बचा था। मुझे लगा कि शायद इस बचे समय में हमारी बात हो जायेगी,लेकिन घर पहुँचने के बाद तुम रोज़मर्रा के कामों में व्यस्त हो गये। जब वे काम निबट गये तो तुमनें टीवी खोल लिया और घंटो टीवी देखते रहे। देर रात थककर तुम बिस्तर पर आ लेटे।
तुमनें अपनी पत्नी, बच्चों को शुभरात्रि कहा और चुपचाप चादर ओढ़कर सो गये।

मेरा बड़ा मन था कि मैं भी तुम्हारी दिनचर्या का हिस्सा बनूं...

तुम्हारे साथ कुछ वक्त बिताऊँ...

तुम्हारी कुछ सुनूं...

तुम्हे कुछ सुनाऊँ।

कुछ मार्गदर्शन करूँ तुम्हारा ताकि तुम्हें समझ आए कि तुम किसलिए इस धरती पर आए हो और किन कामों में उलझ गए हो, लेकिन तुम्हें समय
ही नहीं मिला और मैं मन मार कर ही रह गया।

मैं तुमसे बहुत प्रेम करता हूँ।

हर रोज़ मैं इस बात का इंतज़ार करता हूँ कि तुम मेरा ध्यान करोगे और
अपनी छोटी छोटी खुशियों के लिए मेरा धन्यवाद करोगे।

पर तुम तब ही आते हो जब तुम्हें कुछ चाहिए होता है। तुम जल्दी में आते हो और अपनी माँगें मेरे आगे रख के चले जाते हो।और मजे की बात तो ये है
कि इस प्रक्रिया में तुम मेरी तरफ देखते
भी नहीं। ध्यान तुम्हारा उस समय भी लोगों की तरफ ही लगा रहता है,और मैं इंतज़ार करता ही रह जाता हूँ।

खैर कोई बात नहीं...हो सकता है कल तुम्हें मेरी याद आ जाये!!!

ऐसा मुझे विश्वास है और मुझे तुम
में आस्था है। आखिरकार मेरा दूसरा नाम...आस्था और विश्वास ही तो है।
.
.
.
तुम्हारा ईश्वर...

दोस्तों की ख़ुशी के लिए तो कई मैसेज भेजते हैं । देखते हैं परमात्मा के धन्यवाद का ये मैसेज कितने लोग शेयर करते हैं

*जिंदगी में आप बेफिक्र होकर क्यों नहीं रहते जबकि आप जानते हैं कि जिंदगी चलाने वाला भगवान*


आप हवाई जहाज में बेफिक्र होके बैठते हैं जबकि आप पायलट को जानते तक नहीं
 आप जहाज में बेफिक्र हो कर बैठते है जबकि आप केप्टन को जानते तक नहीँ

 आप बस में भी बेफिक्र होकर सवारी करते हैं जबकि बस ड्राइवर को आप पहचानते तक नहीं

ट्रेन में भी आप बेफिक्र होकर यात्रा करते हैं जबकि मोटरमैन को आप जानते तक नहीं

फिर जिंदगी में आप बेफिक्र होकर क्यों नहीं रहते जबकि आप जानते हैं कि जिंदगी  चलाने वाला भगवान हैं 



____________________________

आज मंदिर में बहुत भीड़ थी, एक  *विदेशी लड़की दर्शन* के लिए लगी लम्बी लाइन को अचरज से देख रही थी, *तभी एक पंडित जी आये और बोले :~* बहुत लम्बी कतार है, ऎसे दर्शन नही हो पाएंगे, *501* रू. मे *VIP* पास ले लो, जल्दी दर्शन करवा दूंगा !
*विदेशी *लड़की बोली :~* मै 5100 दूंगी, भगवान से कहो बाहर आकर मिल लें !
*पंडित जी बोले :~* मजाक करती हो, भगवान भी कभी मंदिर से बाहर आते हैं क्या ?
*विदेशी लड़की फिर बोली :~* मै 51000 दूंगी, उनसे कहो, मुझ से मेरे घर पर आकर मिल लें !
*पंडितजी:~* (गुस्से मे) : तुमने भगवान को समझ क्या रखा रखा है !

*विदेशी लड़की :~ वही तो मै भी पूछना चाहती हूं, आपने भगवान को समझ क्या रखा है ?*
वैज्ञानिक तर्क सफल जीवन का मूल आधार हैं
इसलिए बुद्ध कहते हैं -
जो तर्क नही करता वह धर्म में अँधा हैं , जो तर्क नही कर सकता वो मुर्ख हैं और जो तर्क-वितर्क करने का साहस ही नही कर सकता वो मानसिक ग़ुलाम हैं ।



____________________________
          सारा जहा उसी का है
             जो मुस्कुराना जानता है
         रोशनी भी उसी की है जो शमा
                 जलाना जानता है
      हर जगह मंदिर मस्जिद गुरूद्वारे है।
      लेकीन इश्वर तो उसीका है जो
            "सर" झुकाना जानता है!



____________________________

*पेड़ के नीचे रखी भगवान की टूटी मूर्ति को देख कर समझ आया,*
*कि..*
*परिस्थिति चाहे कैसी भी हो,*
*पर कभी ख़ुद को टूटने नही देना..*
*वर्ना ये दुनिया जब टूटने पर भगवान को घर से निकाल सकती है तो फिर हमारी तो औकात ही क्या है।*



____________________________

          *अच्छे लोगों की भगवान*
             *परीक्षा बहुत लेता है,*
          *परन्तु साथ नहीं छोडता,*
             
                      *और*
           *बुरे लोगों को भगवान*
              *बहुत कुछ देता है,*
           *परन्तु साथ नहीं देता|*


____________________________




" ईश्वर तो दिखाई भी
नहीं देते …
विश्वास कैसे करूँ ?"
सुदंर जवाब मिला …
"श्रद्धा वाई-फ़ाई
कि तरह होती है …
दिखती तो नहीं है …             
पर सही पासवर्ड डालो
तो कनेक्ट हो जाते हो "

                     
        



____________________________


         ; _*पावों में यदि जान हो*_
                     _*तो*_
        _*मंजिल तुमसे दूर नहीं।*_
        _*आँखों में यदि पहचान हो,*_
                     _*तो*_
          _*इंसान तुमसे दूर नहीं।*_
         _*दिल में यदि स्थान हो*_
                     _*तो*_
         _*अपने तुमसे दूर नहीं।*_
         _*भावना में यदि जान हो,*_
                    _*तो*_
         _*भगवान तुमसे दूर नहीं।*_
              

प्रभु का रास्ता बड़ा सीधा है और बड़ा उलझा भी।

प्रभु का रास्ता बड़ा सीधा है
और बड़ा उलझा भी।
बुद्धि से चलो तो बहुत उलझा,
भक्ति से चलो तो बड़ा सीधा।
विचार से चलो तो बहुत दूर ,
भाव से चलो तो बहुत पास।
नजरो से देखो तो बहुत दूर,
अंतर्मन से देखो तो बहुत पास।


______________________
*एक कहानी*
एक 80 वर्षीय बुजुर्ग के हृदय का ऑपरेशन हुआ ।
बिल आया 8 लाख रुपया, बिल देखने के बाद बुजुर्ग की आँखों में आंसू आ गए , यह देखकर डॉक्टर ने कहाँ रोइये मत में इसे कम कर देता हूँ।
बुजुर्ग ने कहा यह बिल तो बहुत कम है, अगर 10 लाख भी होता तो में देने में समर्थ हूँ। आँसू तो इस लिए आये कि जिस प्रभु ने 80 वर्ष तक इस दिल को सम्भाला, उसने कोई बिल नही भेजा आपने केवल तीन घण्टा सम्भाला, 8 लाख रूपये।
*वाह रे मेरे प्रभु ...आप कितना ध्यान रखते है हमारा।*



______________________

कहते हैं, जब आप
हंसते हो तो आप ईश्वर
की "प्रार्थना" करते हो
और जब आप किसी
    को हँसाते हो तो
ईश्वर आप के लिए
"प्रार्थना" करते हे !
एक खूबसूरत मुस्कान के साथ
आपका दिन मंगलमय हो



______________________
भक्ति पथ पर चलने के लिये
वृद्ध होने का इन्तजार मत कीजिये
क्योंकि
बासी फूल तो मूर्ति
पर भी नहीं चढ़ाये जाते



______________________

जब मौसम खराब होता है तो ट्रैन (रेलगाड़ी) अपने निधारित समय से काफी देरी से चलती हैं ऐसे ही
जब हमारा मन काम,
क्रोध,
लोभ,
मोह,
अहंकार
जैसे विकारो से खराब रहता है तो
परमपिता परमात्मा के पास से
आने वाली शब्द रुपी ट्रैन में भी देरी होती है ।
इसीलिए हमें अपने मन का
मौसम साफ़ रखना
चाहिए ताकि हम सही समय
यानी जीते जी अपने परमपिता से मिल सकें ।



______________________
हम हर बार आज़माते है कि
ईश्वर है कि नही..
पर..
उसने एक बार भी सबूत नहीं माँगा कि
"हम इन्सान है कि नहीं"..!!
______________________








        

मैं वाट्सएप करूँ भगवान को... और उसमें 'ब्लू टीक' हो जाए...!!!

एक बार सत्यनारायण कथा की आरती मेरे सामने आने पर मैंने छाँट कर जेब में से कटा फटा पाँच रू का नोट कोई देखे नहीं , ऐसा डाला । वहाँ अत्यधिक ठसाठस भीड़ थी । मेरे कंधे पर ठीक पीछे वाले सज्जन ने थपकी मार कर मेरी ओर ५०० रू का नोट बढ़ाया ।मैंने उनसे नोट ले कर आरती में डाल दिया । अपने मात्र ५ रू डालने पर थोड़ी लज्जा भी आई ।
















बाहर निकलते समय मैंने उन सज्जन को श्रद्धा पूर्वक नमस्कार किया तब उन्होंने बताया कि ५ रू का नोट निकालते समय ५०० का नोट मेरी ही जेब से गिरा था, जो वे मुझे दे रहे थे ।






_________________________

काश..
मेरी भी कुछ मुरादें युँ पूरी हो जाए..
"मैं वाट्सएप करूँ भगवान को...
और उसमें 'ब्लू टीक' हो जाए...!!!

प्रभू का पत्र- दूसरा नाम...आस्था और विश्वास ही तो है।

प्रभू का पत्र
मेरे प्रिय...
सुबह तुम जैसे ही सो कर उठे, मैं तुम्हारे बिस्तर के पास ही खड़ा था। मुझे लगा कि तुम मुझसे कुछ बात
करोगे। तुम कल या पिछले हफ्ते हुई किसी बात या घटना के लिये मुझे धन्यवाद कहोगे। लेकिन तुम फटाफट चाय पी कर तैयार होने चले गए और मेरी तरफ देखा भी नहीं!!!
फिर मैंने सोचा कि तुम नहा के मुझे याद करोगे। पर तुम इस उधेड़बुन में लग गये कि तुम्हे आज कौन से कपड़े पहनने है!!!
फिर जब तुम जल्दी से नाश्ता कर रहे थे और अपने ऑफिस के कागज़ इक्कठे करने के लिये घर में इधर से उधर दौड़ रहे थे...तो भी मुझे लगा कि शायद अब तुम्हे मेरा ध्यान आयेगा,लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
फिर जब तुमने आफिस जाने के लिए ट्रेन पकड़ी तो मैं समझा कि इस खाली समय का उपयोग तुम मुझसे बातचीत करने में करोगे पर तुमने थोड़ी देर पेपर पढ़ा और फिर खेलने लग गए अपने मोबाइल में और मैं खड़ा का खड़ा ही रह गया।
मैं तुम्हें बताना चाहता था कि दिन का कुछ हिस्सा मेरे साथ बिता कर तो देखो,तुम्हारे काम और भी अच्छी तरह से होने लगेंगे, लेकिन तुमनें मुझसे बात
ही नहीं की...
एक मौका ऐसा भी आया जब तुम
बिलकुल खाली थे और कुर्सी पर पूरे 15 मिनट यूं ही बैठे रहे,लेकिन तब भी तुम्हें मेरा ध्यान नहीं आया।
दोपहर के खाने के वक्त जब तुम इधर-
उधर देख रहे थे,तो भी मुझे लगा कि खाना खाने से पहले तुम एक पल के लिये मेरे बारे में सोचोंगे,लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
दिन का अब भी काफी समय बचा था। मुझे लगा कि शायद इस बचे समय में हमारी बात हो जायेगी,लेकिन घर पहुँचने के बाद तुम रोज़मर्रा के कामों में व्यस्त हो गये। जब वे काम निबट गये तो तुमनें टीवी खोल लिया और घंटो टीवी देखते रहे। देर रात थककर तुम बिस्तर पर आ लेटे।
तुमनें अपनी पत्नी, बच्चों को शुभरात्रि कहा और चुपचाप चादर ओढ़कर सो गये।
मेरा बड़ा मन था कि मैं भी तुम्हारी दिनचर्या का हिस्सा बनूं...
तुम्हारे साथ कुछ वक्त बिताऊँ...
तुम्हारी कुछ सुनूं...
तुम्हे कुछ सुनाऊँ।
कुछ मार्गदर्शन करूँ तुम्हारा ताकि तुम्हें समझ आए कि तुम किसलिए इस धरती पर आए हो और किन कामों में उलझ गए हो, लेकिन तुम्हें समय
ही नहीं मिला और मैं मन मार कर ही रह गया।
मैं तुमसे बहुत प्रेम करता हूँ।
हर रोज़ मैं इस बात का इंतज़ार करता हूँ कि तुम मेरा ध्यान करोगे और
अपनी छोटी छोटी खुशियों के लिए मेरा धन्यवाद करोगे।
पर तुम तब ही आते हो जब तुम्हें कुछ चाहिए होता है। तुम जल्दी में आते हो और अपनी माँगें मेरे आगे रख के चले जाते हो।और मजे की बात तो ये है
कि इस प्रक्रिया में तुम मेरी तरफ देखते
भी नहीं। ध्यान तुम्हारा उस समय भी लोगों की तरफ ही लगा रहता है,और मैं इंतज़ार करता ही रह जाता हूँ।
खैर कोई बात नहीं...हो सकता है कल तुम्हें मेरी याद आ जाये!!!
ऐसा मुझे विश्वास है और मुझे तुम
में आस्था है। आखिरकार मेरा दूसरा नाम...आस्था और विश्वास ही तो है।
.
.
.
तुम्हारा ईश्वर...
दोस्तों की ख़ुशी के लिए तो कई मैसेज भेजते हैं । देखते हैं परमात्मा के धन्यवाद का ये मैसेज कितने लोग शेयर करते हैं ।
किसी पर कोई दबाव नही है ।

दृष्टि नहीं दृष्टिकोण सही होना चाहिए!

अँधे को मंदिर आया देख लोग हँसकर बोले
"मंदिर में दर्शन करने आये तो हो
पर क्या भगवान को देख पाओगें"??
अँधे ने कहाँ- "क्या फर्क पड़ता हैं,
मेरा भगवान तो मुझे देख लेगा"
दृष्टि नहीं दृष्टिकोण सही होना चाहिए!

___________________________

एक खरगोश रोज़ एक लोहार की दुकान पर जाता और पूछता
“गाजर है???”
,
लोहार इंकार कर देता।
एक दिन लोहार को बहुत गुस्सा आया और उसने पकड़कर खरगोश के दांत तोड़ दिए।
,
और कहा – अब तू “गाजर” खा के दिखा?
फिर ?
फिर क्या
अगले दिन खरगोश आया और पूछने लगा –
“गाजर का हलवा है???”
*इसे कहते हैं 
हकारात्मक वलण

दुनियां से बात करने के लिये फोन की जरूरत होती है ! और प्रभु से बात करने के लिये मौन की जरूरत होती है।


दुनियां से बात करने के लिये फोन की जरूरत होती है !
और प्रभु से बात करने के लिये मौन की जरूरत होती है।
फोन से बात करने पर बिल देना पड़ता है,
और ईश्वर से बात करने पर दिल देना पड़ता है।
"माया" को चाहने वाला, "बिखर" जाता है.
भगवान को चाहने वाला, "निखर" जाता है..
         क्यों भरोसा करते हो
                  गैरो पर....
          जबकि तुम्हें चलना है
              खुद के पैरो पर...


________________________

सारा जहाँ उसी का है
      जो मुस्कुराना जानता है
रोशनी भी उसी की है
      जो शमा जलाना जानता है
हर जगह मंदिर मस्जिद गुरूद्वारे है।
      लेकिन ईश्वर तो उसी का है
जो "सर"  झुकाना जानता है।


________________________

तू इस कदर इन्सान को इतना बेबस ना बना मेरे खुदा…!!!
की तेरा बन्दा तुजसे पहले किसी और के आगे झुक जाये…..!!!



________________________

जींदगी वन-डे मैच
की तरह है ।
जिस मे रन तो बढ़ रहे है ।
पर ओवर घट रहे हैं।
मतलब धन तो बढ़ रहा है ।
पर उम्र घट रही है ।
इसलिए हर दिन कुछ न कुछ पूण्य के
चौके छक्के  लगाये
ताकि ऊपर बेठा एम्पायर हमें
मोक्ष की ट्रॉफी दे ....



________________________

आज कोनसे अच्छे कपडे पेहनू,
                जिस्से में आज अच्छा दिखूं,
             'ये हर रोज हम सोचते हे'
मगर आज कोनसा अच्छा विचार लेके  चलु,
     जिस्से में भगवान को अच्छा लगु,
          'ये हर रोज कोई नहीं सोचता'..




________________________
अच्छे लोगो की भगवान परीक्षा लेता है पर साथ कभी नहीं छोड़ता....
और बुरे लोगो को भगवान बहुत कुछ देता है मगर साथ नही देता......


________________________

आज कल जहाँ भी जाए वहाँ लिखा होता है.... 
"आप कैमरे की नज़र में है"
पढने के साथ ही व्यक्ति सतर्क हो जाता है,और यथासंभव ग़लत काम करने से परहेज़ करता है। जबकि ये इंसान द्वारा निर्मित उपकरण मात्र है।
     कितना मूर्ख है इंसान कि भूल जाता है कि हम हर समय भगवान की नज़र में हैं, और वहाँ की नज़र न ख़राब होती है, न बंद होती है, न किसी के नियंत्रण मे होती है, यानी बचने की कोई संभावना नहीं है
   ध्यान रहे आप भगवान की नज़र में है कैमरे की नही l



________________________

एक मूर्ति बेचने वाले गरीब कलाकार के लिए...किसी ने क्या खूब लिखा है....
""गरीबो के बच्चे भी खाना खा सके त्योहारों में, तभी तो भगवान खुद बिक जाते है बाजारों में..!