*जींदगी वन-डे मैच की तरह है,*
*जिसमें रन तो बढ़ रहे है*
*पर ओवर घट रहे है*
*जींदगी वन-डे मैच की तरह है,*
*जिसमें रन तो बढ़ रहे है*
*पर ओवर घट रहे है*
*मतलब धन तो बढ़ रहा है*
*पर उम्र घट रही है।*
*इसलिए हर दिन कुछ न कुछ पूण्य के*
*चौके छक्के लगायें...*
*ताकि ऊपर बैठा एम्पायर हमें*
*खुशियों की ट्रॉफी दे ....!*