अगर विरोधी शब्दों में भी समानता है, फिर अपनों में क्यों नहीं...???????

 TEMPLE में 6 अक्षर हैं और MASJID और CHURCH में भी...!!

 GEETA में 5 अक्षर हैं और QURAN और BIBLE में भी..!!

 LIFE में 4 अक्षर हैं और  DEAD में भी..!!

HATE में 4 अक्षर हैं और
LOVE में भी...!!

 NEGATIVE में 8 अक्षर हैं और POSITIVE में भी..!!

FAILURE में 7 अक्षर हैं और
SUCCESS में भी...!!

 BELOW में 5 अक्षर हैं और
ABOVE में भी..!!

CRY में 3 अक्षर हैं और
JOY में भी..!!

ANGER में 5 अक्षर हैं और
HAPPY में भी..!!

RIGHT में 5 अक्षर हैं और
WRONG में भी..!!


RICH में 4 अक्षर हैं और
POOR में भी...!!


FAIL में 4 अक्षर हैं और
PASS में भी...!!
अगर विरोधी शब्दों में भी समानता है,
फिर अपनों में क्यों नहीं...???????




*दीवो  माटीनो  छे*
                 *के*
    *सोनानो  ते  महत्वनुं  नथी*
                *परंतु* 
*ते अंधारामां प्रकाश केटलो आपे  छे*, 
            *ते  महत्वनुं  छे.*
             *तेवी  ज  रीते*
  *मित्र  गरीब  होय  के अमीर*
                  *ते*
            *महत्व नु नथी*
*दुःखमा केटलो  मददरुप  थाय  छे*
            *ते  महत्वनुं  छे*



     दुसरो को नीची नजरों...
         से वहीं देखता है...
       जिसे अपनी ऊंचाई...
       पर यकिन नहि होता...


       अंधेरे में एक करोड़ का हीरा गिर गय़ा था, उसे ढूंढने के लिए ₹5/- रुपए की मोमबत्ती ने सहयोग किया ।
       अभी बताओ वह ₹5/- रूपये की एक छोटी सी मोमबत्ती थी तो हीरा मिला अगर उस समय मोमबत्ती काम नहीं करती तो हीरा कहीं गुम हो जाता ।
       मोमबत्ती की तरह इंसान भी है, *इंसान कितना भी छोटा हो अगर वह सही वक्त पर काम आता है तो वह इंसान छोटा नहीं सबसे बड़ा  आदमी कहलाता है ।*      

     


*दिल को छुले ऐसी खूबसूरत लाइन*

*दिल को छुले ऐसी खूबसूरत लाइन*


1. *क़ाबिल लोग न तो किसी को दबाते हैं और न ही किसी से दबते हैं*।
2. *ज़माना भी अजीब हैं, नाकामयाब लोगो का मज़ाक उड़ाता हैं और कामयाब लोगो से जलता हैं*।
3. *कैसी विडंबना हैं ! कुछ लोग जीते-जी मर जाते हैं*, *और कुछ लोग मर कर भी अमर हो जाते हैं*
4. *इज्जत किसी आदमी की नही जरूरत की होती हैं. जरूरत खत्म तो इज्जत खत्म*।
5. *सच्चा चाहने वाला आपसे प्रत्येक तरह की बात करेगा*. *आपसे हर मसले पर बात करेगा लेकिन*
*धोखा देने वाला सिर्फ प्यार भरी बात करेगा*।
6. *हर किसी को दिल में उतनी ही जगह दो जितनी वो देता हैं.. वरना या तो खुद रोओगे, या वो तुम्हें रूलाऐगा*
7. *खुश रहो लेकिन कभी संतुष्ट मत रहो*
8. *अगर जिंदगी में सफल होना हैं तो पैसों को हमेशा जेब में रखना, दिमाग में नही*
9. *इंसान अपनी कमाई के हिसाब से नही,अपनी जरूरत के हिसाब से गरीब होता हैं*
10. *जब तक तुम्हारें पास पैसा हैं, दुनिया पूछेगी भाई तू कैसा हैं*
11. *हर मित्रता के पीछे कोई न कोई स्वार्थ छिपा होता हैं ऐसी कोई भी मित्रता नही जिसके पीछे स्वार्थ न छिपा हो*
12. *दुनिया में सबसे ज्यादा सपने तोड़े हैं इस बात ने,कि लोग क्या कहेंगे*..
13. *जब लोग अनपढ़ थे तो परिवार एक हुआ करते थे, मैने टूटे परिवारों में अक्सर पढ़े-लिखे लोग देखे हैं*
14. *जन्मों-जन्मों से टूटे रिश्ते भी जुड़ जाते हैं बस सामने वाले को आपसे काम पड़ना चाहिए*
15. *हर प्रॉब्लम के दो सोल्युशन होते हैं.. भाग लो*..
*(run away) भाग लो*..
*(participate) पसंद आपको ही करना हैं*
16. *इस तरह से अपना व्यवहार रखना चाहिए कि अगर कोई तुम्हारे बारे में बुरा भी कहे, तो कोई भी उस पर विश्वास न करे*
17. *अपनी सफलता का रौब माता पिता को मत दिखाओ, उन्होनें अपनी जिंदगी हार के आपको जिताया हैं*
18. *यदि जीवन में लोकप्रिय होना हो तो सबसे ज्यादा ‘आप’ शब्द का, उसके बाद ‘हम’ शब्द का और सबसे कम ‘मैं’ शब्द का उपयोग करना चाहिए*
19. *इस दुनिया मे कोई किसी का हमदर्द नहीं होता, लाश को शमशान में रखकर अपने लोग ही पुछ्ते हैं.. और कितना वक़्त लगेगा*
20. *दुनिया के दो असम्भव काम- माँ की “ममता” और पिता की “क्षमता” का अंदाज़ा लगा पाना*
21. *कितना कुछ जानता होगा वो शख़्स मेरे बारे में जो मेरे मुस्कराने पर भी जिसने पूछ लिया कि तुम उदास क्यों हो*
22. *यदि कोई व्यक्ति आपको गुस्सा दिलाने मे सफल रहता हैं तो समझ लीजिये आप उसके हाथ की कठपुतली हैं*
23. *मन में जो हैं साफ-साफ कह देना चाहिए Q कि सच बोलने से फैसलें होते हैं और झूठ बोलने से फासलें*
24. *यदि कोई तुम्हें नजरअंदाज कर दे तो बुरा मत मानना, Q कि लोग अक्सर हैसियत से बाहर मंहगी चीज को नजरंअदाज कर ही देते हैं*
25. *संस्कारो से भरी कोई धन दौलत नही है*
26. *गलती कबूल़ करने और गुनाह छोङने में कभी देर ना करना, Q कि सफर जितना लंबा होगा वापसी उतनी ही मुशिकल हो जाती हैं*
27. *दुनिया में सिर्फ माँ-बाप ही ऐसे हैं जो बिना स्वार्थ के प्यार करते हैं*
28. *कोई देख ना सका उसकी बेबसी जो सांसें बेच रहा हैं गुब्बारों मे डालकर*
29. *घर आये हुए अतिथि का कभी अपमान मत करना, क्योकि अपमान तुम उसका करोगे और तुम्हारा अपमान समाज करेगा*
30. *जो भाग्य में हैं वह भाग कर आयेगा और जो भाग्य में नही हैं वह आकर भी भाग जायेगा*
31. *हँसते रहो तो दुनिया साथ हैं, वरना आँसुओं को तो आँखो में भी जगह नही मिलती*

*शानदार  रिश्ते चाहिए तो  उन्हें गहराई से निभाइये..* *"लाजवाब मोती" कभी किनारों पे नही मिलते..*

*ज़िन्दगी का सबसे लम्बा अन्तर एक मन से दूसरे मन तक पहुँचना है...*
*और इसी में सबसे ज्यादा समय लगता है...*

*खूबी और खामी दोनो ही होती है लोगों में...*
*आप क्या तलाशते हो ये महत्वपूर्ण है...!"*





*शानदार  रिश्ते चाहिए तो  उन्हें गहराई से निभाइये..*

*"लाजवाब मोती" कभी किनारों पे नही मिलते..*



सुपर सुविचार





सुपर सुविचार



*जिदंगी कभी रूकती नही किसी के बिना....*

*पर फिर भी वो चलती नही अपने किसी खास के बिना....!!*



सुपर सुविचार

*छोटा-सा वाक्य है* *लेकिन अर्थ बहुत बड़ा है* *षडयंत्र से सफलता हासिल* *की जा सकती है ,* *लेकीन,* *श्रेष्ठता नहीं* 

*छोटा-सा वाक्य है*
          *लेकिन अर्थ बहुत बड़ा है*

*अमीर के जीवन में जो महत्व*
          *"सोने"" की ""चैन"" का होता है,*

*गरीब के जीवन में वही महत्व*
           *"चैन"" से ""सोने"" का होता है ।*



*समय गूंगा नहीं*
                *बस मौन है,*
*वक्त पर बताता है*
                   *किसका कौन है!*        
          
*ताक़त और पैसा ज़िन्दगी के फल हैं*
*परिवार और मित्र जिन्दगी की जड़ हैं*

    




सुपर सुविचार




सुपर सुविचार


*"घमंड की बीमारी*
*'शराब' जैसी है साहब,*

*खुद को छोड़कर सबको पता चलता है कि  इसको चढ़ गयी है...!!"*

*ज़िंदगी में कम से कम,*
*एक दोस्त "काँच" जैसे और एक दोस्त "परछाईं" जैसे रखो, क्योंकि*
*"काँच" कभी झूठ नहीं बोलता और "परछाईं" कभी साथ नहीं छोड़ती*...
                 



*षडयंत्र से सफलता हासिल*

*की जा सकती है ,*

*लेकीन,*

*श्रेष्ठता नहीं* 




*चमचा....*



जिस बर्तनमें रहता है....


उसे ही खाली कर देता है...।




सुपर सुविचार

मैं रूठा , तुम भी रूठ गए , फिर मनाएगा कौन ?


मैं रूठा ,
      तुम भी रूठ गए
                      फिर मनाएगा कौन ?

आज दरार है ,
           कल खाई होगी 
                           फिर भरेगा कौन ?

मैं चुप ,
     तुम भी चुप 
          इस चुप्पी को फिर तोडे़गा कौन ?

बात छोटी को लगा लोगे दिल से , 
                 तो रिश्ता फिर निभाएगा कौन ?

दुखी मैं भी और  तुम भी बिछड़कर , 
                   सोचो हाथ फिर बढ़ाएगा कौन ?

न मैं राजी ,
       न तुम राजी , 
             फिर माफ़ करने का बड़प्पन
                                       दिखाएगा कौन ?

डूब जाएगा यादों में दिल कभी , 
                        तो फिर धैर्य बंधायेगा कौन ?

एक अहम् मेरे ,
       एक तेरे भीतर भी , 
               इस अहम् को फिर हराएगा कौन ?

ज़िंदगी किसको मिली है सदा के लिए ?
              फिर इन लम्हों में अकेला
                                     रह जाएगा कौन ?

मूंद ली दोनों में से गर किसी दिन
           एक ने आँखें....
                तो कल इस बात पर फिर
                                      पछतायेगा कौन ?

*21 जून अंतरराष्ट्रीय योग दिवस सामान्य योग अभ्यासक्रम*

*21 जून   अंतरराष्ट्रीय योग दिवस सामान्य योग अभ्यासक्रम*

               *प्रथम चरण*
A) प्रार्थना --- ॐसंगच्छध्वं संवदध्वं सं वो मनांसीजानताम् !
देवा भागं यथा पूर्वे सञ्जानाना उपासते !!  2 मिनट
                *दूसरा चरण*
B) शिथिलीकरण अभ्यास/चालन क्रियाएं
1] ग्रीवा चालन खडे होकर सिर को धीरे धीरे आगे और पिछें करना प्राणायाम युक्त  1मिनट.
2]ग्रीवा चालन दाई एवं बाई ओर गर्दन झुकाना है .1मिनट.
3] ग्रीवा चालन दाएं एवं बाएं ओर गर्दन घुमाना है. 1मिनट.
4] ग्रीवा चालन गर्दन को पुरा गोलाकार घुमाना है. 1मिनट.
5] स्कंध संचालन दोनों बगल से हातों को ऊपर उठाएं और निचें लें जाएं .1मिनट.
6]स्कंध चक्र एवंम स्कंध चालन दोनों कोहनियों को पुरी तरह चक्राकार घुमाएं .1मिनट.
7] कटि चालन / कटिशक्ति विकासक कटिचक्रासन का तिसरा अभ्यास  है.1मिनट .
8]घुटना संचालन / खुर्चिसन के जैसा करना है. 1मिनट .
                *तीसरा चरण*
C) खडे होकर किए जाने वाले आसन .
1] ताडासन ( उर्धव ताडासन स्थिति) 2मिनट.
2] वृक्षासन ( वृक्ष की स्थिति) 2मिनट .
3] पादहस्तासन 2 मिनट.
4] अर्धचक्रासन हाँत कमरपें. 2 मिनट.
5] त्रिकोणासन.कोनासन जैसां.2 मिनट.
                *चौथा चरण*
D) बैठकर काए जानेवाले आसन.
1] भद्रासन तितली के जैसे बैठी हुई स्थिति में स्थिर होना है.2 मिनट.
2] वज्रासन / वीरासन 2 मिनट.
3] अर्ध उष्ट्रासन हाथों कमर पर रखें . 2 मिनट.
4] उष्ट्रासन ऊंट जैसी स्थिति.2 मिनट.
5] शशांकासन खरगोश जैसी स्थिति .2 मिनट.
6] उत्तानमंडुकासन उर्धव दिशा में मेढक जैसा स्थिर होना.कोहनियों के सहारे सिर को थामा जाता है. 2 मिनट.
7] वक्रासन/मरीच्यासन. वक्रासन का तिसरा अभ्यास है.2 मिनट.
                *पाँचवा चरण*
E) उदर के बल लेटकर किए जाने वाले आसन.
1] मकरासन. सुप्तमकरासन के जैसा शिथिल हो जाना है.1 मिनट.
2] भुजंगासन.सरल याँ अर्धहस्त  कि स्थिति है. 1मिनट.
3] सलभासन .द्वीपाद का अभ्यास है. 1 मिनट.
               *छँटवा चरण*
F) पीठ के बल लेटकर  किए जाने वाले आसन.
1] सेतुबंधासन/ स्कधंरासन का स्थिति है. 2 मिनट .
2] उत्तानपादासन 30%.2 मिनट.
3] अर्धहलासन30%60%90%.2 मिनट.
4] पवनमुक्तासन---2मिनट .
                *साँतवा चरण*
G) शवासन --नैसर्गिक स्वास--प्रस्वास प्रक्रिया पर ध्यान केंद्रित करना है. 3 मिनट तक.
              *आँठवा चरण*
H) प्राणायाम
1] कपालाभाति  2 मिनट .
2] अनुलोम विलोम नाडी शोधन           प्राणायाम  2 मिनट.
3] शीतली प्राणायाम .जीभा से साँस भरना है. 2 मिनट.
4] भ्रामरी प्राणायाम . 2 मिनट.
5] ध्यान --ध्यान लगातार चिंतन--मनन की प्रणव क्रिया है. 2 मिनट.
               *नवां चरण*
I) संकल्प--योग सत्र का समापन इस संकल्प के साथ करना है.
हमें अपने मन को हमेशा संतुलित रखना है.
इसमें ही हमारा आत्मविकास समाया है,
मैं खुद के प्रति कुटुंब के प्रति काम समाज और विस्व के प्रति शांति--आनंद और स्वास्थ्य के प्रचार के लिए बद्ध हूं !!
               *दसवाँ चरण*
J) शांति पाठ ---ॐसर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामयः !
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु , मा कश्चिददुःखभाग्भवेत् !!
ॐशान्तिः शान्तिः शांतिः।

एक बार समय निकालकर सोचें, शायद पुराना समय याद आ जाए, आंखें भर आएं और *आज को जी भर जीने का मकसद मिल जाए*।

*कुछ रह तो नहीं गया ?*

3 महीने के बच्चे को दाई के पास रखकर जॉब पर जाने वाली माँ को दाई ने पूछा... "कुछ रह तो नहीं गया...?
पर्स, चाबी सब ले लिया ना...?"

अब वो कैसे हाँ कहे..?
पैसे के पीछे भागते भागते... सब कुछ पाने की ख्वाईश में वो जिसके लिये सब कुछ कर रही है,
*वह ही रह गया है..*

शादी में दुल्हन को बिदा करते ही शादी का हॉल खाली करते हुए दुल्हन की बुआ ने पूछा... "भैया, कुछ रह तो नहीं गया ना..?
चेक करो ठीक से ।"
.. बाप चेक करने गया तो दुल्हन के रूम में कुछ फूल सूखे पड़े थे।
सब कुछ तो पीछे रह गया...
25 साल जो नाम लेकर जिसको आवाज देता था लाड़ से...
वो नाम पीछे रह गया और उस नाम के आगे गर्व से जो नाम लगाता था, वो नाम भी पीछे रह गया अब...

"भैया, देखा ?
कुछ पीछे तो नहीं रह गया ?"
बुआ के इस सवाल पर आँखों में आये आंसू छुपाते बाप जुबाँ से तो नहीं बोला....
पर दिल में एक ही आवाज थी...

*सब कुछ तो यही रह गया...*

बडी तमन्नाओं के साथ बेटे को पढ़ाई के लिए विदेश भेजा था और वह पढ़कर वहीं सैटल हो गया....
पौत्र जन्म पर बमुश्किल 3 माह का वीजा मिला था और चलते वक्त बेटे ने प्रश्न किया "सब कुछ चेक कर लिया? कुछ रह तो नहीं गया...?"
क्या जबाब देते कि
*अब छूटने को बचा ही क्या है...*

60 वर्ष पूर्ण कर सेवानिवृत्ति की शाम पी.ए. ने याद दिलाया "चेक कर लें सर। कुछ रह तो नहीं गया...? "
थोड़ा रूका और सोचा कि पूरी जिन्दगी तो यहीं आने-जाने में बीत गई,
*अब और क्या रह गया होगा...?*

*"कुछ रह तो नहीं गया ?*

श्मशान से लौटते वक्त बेटे ने
एक बार फिर से गर्दन घुमाई
एक बार पीछे देखने के लिए..
पिता की चिता की सुलगती आग देखकर मन भर आया।
भागते हुए गया, पिता के चेहरे की झलक तलाशने की असफल कोशिश की और वापिस लौट आया।

दोस्त ने पूछा... "कुछ रह गया था क्या...?"

भरी आँखों से बोला...
*नहीं कुछ भी नहीं रहा अब...*
*और जो कुछ भी रह गया है वह सदा मेरे साथ रहेगा*।।

एक बार समय निकालकर सोचें, शायद पुराना समय याद आ जाए, आंखें भर आएं और *आज को जी भर जीने का मकसद मिल जाए*।

........मैं अपने सभी दोस्तों से ये ही बोलना चाहता हूँ,

*यारों क्या पता कब*
*इस जीवन की शाम हो जाये..*

इससे पहले ऐसा हो सब को गले लगा लो, दो प्यार भरी बातें कर लो..

*ताकि कुछ छूट न जाये..*