*अगर ये तय है कि....*
*जो दिया है, वो लौट के आएगा..*
*तो क्यूँ न...*
*सिर्फ दुआएं ही दी जाएं।*
*"चरण उनके पूजे जाते है.*
*जिनके आचरण पूजने योग्य हो"*
*"अगर इन्सान की पहचान करनी हो तो*
*सूरत से नही. चरित्र से करो...."*
*"क्यूंकि सोना*
*अक्सर लोहे की तिजोरी में*
*ही रखा जाता है..........!!!*
*संबंध कभी भी मीठी आवाज़ या सुन्दर चेहरे से नहीं टिकते,*
*वो टिकते हैं सुन्दर ह्रदय और कभी ना टूटने वाले विश्वास से..!*
*रिश्तें वो नहीं जिसमे रोज बात हो,*
*रिश्तें वो भी नहीं जिसमे रोज साथ हो,*
*रिश्तें तो वो है जिसमे कितनी भी दूरियाँ हो,*
*लेकिन दिल में हंमेशा अपनो की याद हो.*
*रिश्ते मन से बनते हैं बातों से नहीं*
*कुछ लोग बहुत सी बातों के बाद भी अपने नहीं होते*
*और कुछ शांत रहकर भी अपने बन जाते हैं...*
*खुद की समझदारी ही...*
*अहमियत रखती है,*
*वरना अर्जुन और दुर्योधन के*
*गुरु तो एक ही थे !!*